आदमी गरीब नहीं होता
बना दिया जाता है
मौके छीन लिए जाते है
दिला दी जाती है
गरीब
हो कि कसम
गर मिल जाती
अच्छी तालीम
विकास की राह
चलने का मौका
बदल जाती
ठगी तकदीर
काश ऐसा हो जाता
तो
रोशन हो जाता
गरीब का जहा भी .........नन्द लाल भारती २८.०६.2011
Tuesday, June 28, 2011
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