कामयाबी की चाहमें
जीवन का पल-पल
खर्च रहे है
साध पूरी नहीं हो रही है
प्यारे...........
जानते है हम
कामयाबी के रास्ते
टेढ़े-मेढे होते है
सारे..............
माँ-बाप की दुआओं
और
सद्कर्म के भरोसे
मिलती है
कामयाबी...............
मिलते ही कामयाबी
सीधे होने लगते है
टेढ़े-मेढे रास्ते सारे.....................नन्द लाल भारती/24.01-2012
Tuesday, January 24, 2012
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment