Wednesday, June 11, 2014

बदायूँ रेप काण्ड पर प्रतिक्रिया

बदायूँ रेप काण्ड पर प्रतिक्रिया /
अरे नर-पिशाचों होश में आओ ,
तुम्हारी भी तो होगी ,
माँ -बहन-बेटियां तो ,
गैर-दलित बहन-बेटियों का
चीर-हरण -शील भंग  क्यों रे
नर-पिशाचों …… ?
बोटियों और बेटियो की
आबरू से खेलने वालो
नर-पिशाचों दहशत ना फैलाओ।
समाजवाद -रक्षक की चादर ओढ़े
खूनी लोगो
ना खेलो गैर-दलित बहन-बेटियों की
आबरू से
 ना नफ़रत ,ना आतंक ना जातिवाद का
 जहर फैलाओ
अरे नर-पिशाचों होश में आओ.
देश की जान, पहचान
दलित समाज ,सोया है जग जाएगा ,
बहन-बेटियो की शील भंग का
दहकता घाव
लहू की बौझार मारकर ना जगाओ।
अरे दलित मसीहाओं कहाँ हो ,
आगे आओ ताल ठोंक कर दिखाओ ,
विकास,हक़ , मानवीय समानता का ,
अधिकार था बाधित अब तक
अब तो लूटी जा रही बहन-बेटियो की आबरू ,
लूट कर आबरू लटका दी जा रही
फांसी के फंदो  पर ,
अरे तथाकथिर मसीहाओं
बहुत  हुआ दमन,  मान दहन, विषपान
अब तो जबान के ताले तोड़कर दिखाओ
नर पिशाचों से जंग  जीतकर दिखाओ ,
अरे नर-पिशाचों होश में आओ...........
 डॉ नन्द लाल भारती ३० मई २०१४ 

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