Wednesday, June 30, 2010

रक्त कुंडली ॥
ना बनो लकीर के फकीर
ना ही पीटो ठहरा पानी
रूढ़ीवाद छोडो
विज्ञानं के युग में
बन जाओ ज्ञानी ।
जाति-गोत्र मिलन का वक्तनहीं
ना करो चर्चा
स्वधर्मी रिश्ते
रक्त कुंडली पर हो
खुली परिचर्चा ।
ये कुंडली खोल देगी
असाध्य ब्याधियो का राज
नियंत्रित हो जाएगी ब्याधिया
सुखी हो जायेगा समाज ।
विवाह पूर्व
रक्त कुंडली की हो जाये
अगर जाच ,
जीवन सुखी असाध्य ब्याधियो की
ना सताएगी आंच ।
हो गया ऐसा तो
रूक जायेगा
मृत्युदूतो का प्रसार
ना छुए मृत्युदूत-रोग
अब हो
रक्त कुंडली का प्रचार ।
ले लेते है जान
थेलेसिमिया एड्स रोग
कई-कई हजार
निदान बस विवाह पूर्व
मेडिकल जाच की है दरकार ।
ये जाच बन जायेगी
स्वस्थ -खुशहाल
जीवन का वरदान
आनुवंशिक असाध्य रोगों से
बचाना होगा आसान ।
जग मान चूका अब ,
माता-पिता है अगर
असाध्य रोगी ,
अगली पीढ़ी स्वतः
हो जाएगी
रोगग्रस्त-अपांग-भुक्तभोगी ।
छोडो रुढ़िवादी बाते
हो स्वधर्मी रिश्ते-नाते पर विचार
कर दो रक्त कुंडली मिलन का ऐलान
आओ हम सब मिलकर बनाये
संवृध-असाध्य-रोगमुक्त हिन्दुस्तान .....नन्दलाल भारती ...३०.०६.२०१०






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